मंत्र कितने प्रकार के होते हैं? सम्पूर्ण विवरण
आज भी मंत्र जप (Mantra Chanting) को मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति, इच्छापूर्ति, साधना, योग और ध्यान का सबसे प्रभावी माध्यम माना जाता है।
लेकिन सवाल है—
अलग-अलग ग्रंथों में मंत्रों की वर्गीकरण पद्धति भिन्न-भिन्न है, लेकिन शास्त्रों में मंत्र मुख्यतः 12 प्रमुख प्रकार के माने गए हैं।
नीचे प्रत्येक मंत्र प्रकार का अर्थ, शक्ति, उदाहरण और उपयोग विस्तार से दिया गया है।
बीज = Seed
ये मंत्र अत्यंत छोटे लेकिन अत्यधिक शक्तिशाली होते हैं। इनसे देवताओं की मूल ऊर्जा सक्रिय होती है।
अत्यंत तेज कंपन, त्वरित परिणाम, साधना की शुरुआत, शक्ति जागरण।
ॐ (AUM) – ब्रह्मांड का मूल बीज
ॐ ह्रीं – महाशक्ति
ॐ क्लीं – आकर्षण ऊर्जा
ॐ श्रीं – लक्ष्मी सिद्धि
ॐ ऐं नमः – ज्ञान, बुद्धि
ध्यान, योग, मन शुद्धि, आध्यात्मिक शक्ति।
मंत्र कितने प्रकार के होते हैं? सम्पूर्ण विवरण
ये मंत्र चारों वेदों से लिए गए हैं। उच्चारण अत्यंत शुद्ध स्वर लय में होता है।
यज्ञ, हवन, अनुष्ठान, ब्रह्मांडीय ऊर्जा से जुड़ाव।
गायत्री मंत्र
महामृत्युंजय मंत्र
पुरुषसूक्त
स्वास्थ्य, शांति, आयु वृद्धि, आध्यात्मिक उन्नति।
विशेष शक्तिपात और तेज परिणाम देने वाले मंत्र।
सिद्धि, गुप्त साधना, गुरु की आवश्यकता।
काली बीज मंत्र
बगलामुखी मंत्र
नृसिंह कवच
रक्षा, भय निवारण, शत्रु बाधा।
सरल भाषा—संस्कृत, अवधी, ब्रज, क्षेत्रीय बोलियों में।
हनुमान शाबर
भैरव शाबर
रोग निवारण शाबर
भय, रोग, बाधा निवारण।
पुराणों में वर्णित देव मंत्र।
ॐ नमः शिवाय
ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
भक्ति, ध्यान, सकारात्मक ऊर्जा।
श्लोक/पद्य रूप में।
शिव तांडव स्तोत्र
दुर्गा सप्तशती
विष्णु सहस्रनाम
मन शुद्धि, शांति।
ॐ मणि पद्मे हुम्
शांति, दया, करुणा।
णमोकार मंत्र
कर्म शुद्धि, शांति।
ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः
धन, शक्ति, आकर्षण।
नृसिंह कवच
दुर्गा कवच
सुरक्षा कवच, आत्मविश्वास।
राम राम
हरे कृष्ण
ओम शांति
धनलक्ष्मी मंत्र
सफलता मंत्र
आरोग्य मंत्र
10,000+ से अधिक मंत्र शास्त्रों में वर्णित हैं, लेकिन 12 मुख्य प्रकार सबसे महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
मंत्र कितने प्रकार के होते हैं? सम्पूर्ण विवरण
मंत्र केवल धार्मिक शब्द नहीं, बल्कि ध्वनि-ऊर्जा का विज्ञान है। सही मंत्र जप मानसिक शांति, आत्मविश्वास, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है।

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